भारत ने खोज निकाली कोविड 19 वायरस की दवा


DGCI की मंजूरी के बाद अब जल्द मिलेगी कोविड 19 की दवा

COVID 19
Medical research courtesy Google

कोविड 19 वायरस से पूरी दुनिया में संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं. इस महामारी से दुनिया भर में मरने वालों की तादाद 4.50 लाख से अधिक और पहुंच गयी है. भारत में ही लगभग 12,000 लोगों ने अपनी जान गंवाई है. सभी देश इस वायरस की दवा और वैक्सीन खोजने में लगी है वहीं भारत ने इस मामले में बड़ी सफलता हासिल कर ली है. ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स ने कोविड 19 की दवा ढूंढ निकाली है. ग्लेनमार्क ने एंटीवायरल दवा  फेवीपीरवीर को फैबिफ्लू ब्रांड से कोविड 19 की दवा पेश की है. कंपनी की ओर से दी गयी जानकारी में बताया गया है कि प्रति टैबलेट 103 रुपये में यह दवा उपलब्ध होगी. इस दवा के निर्माण और सप्लाई को DGCI ने भी मंजूरी दे दी है.

मामूली और मध्यम रूप से संक्रमित के लिए कारगर होगी दवा

कंपनी के अनुसार, फैबिफ्लू ब्रांड नाम से बाजार में मिलने वाली यह दवा कोरोना से संक्रमित मामूली और मध्यम रूप से पीड़ित मरीजों के लिये कारगर होगी. ग्लेनमार्क मुम्बई की दवा निर्माता कंपनी है जो महामारी फैलने के बाद से  कोविड 19 की दवा के रिसर्च में लगी थी. 

क्या होगी दवा की कीमत

ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स ने जानकारी दी है की कोविड 19 वायरस की दवा के रूप में यह टैबलेट 200 मिलीग्राम में उपलब्ध होगी. हालांकि, 34 स्ट्रिप में यह दवा 3500 रुपये के अधिकतम खुदरा मूल्य में मिलेगी. कंपनी के एमडी ग्लेन सलदान्हा के अनुसार, भारत में जिस तेजी से कोरोना संक्रमण और मौत के मामले बढ़े हैं, उसमें यह दवा इस महामारी के प्रभावी इलाज में कारगर होगी. 

क्या होगी डोज

मामूली और मध्यम रूप से कोरोना के प्रभावी इलाज के लिये दवा के डोज के बारे में बताया गया कि इसे पहले दिन में 1800 एमजी दो बार लेनी है. इसके बाद 14 दिनों तक 800 मिलीग्राम दो बार देनी है. 
नोट: कोविड 19 की यह दवा डॉक्टर के परामर्श पर ही लें

हिमाचल प्रदेश में तैयार हो रही दवा

कंपनी से मिली जानकारी के अनुसार इस दवा का उत्पादन हिमाचल प्रदेश के बद्दी इलाके में किया जा रहा है.

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