भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी खरीदेगी खादी के 1.80 लाख मास्क
भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी ने खादी को प्रोत्साहित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। COVID 19 के बढ़ते प्रभाव में मास्क के डिमांड में तेजी आई है। कोरोना वायरस से बचाव के लिए मास्क एक बड़ी जरूरत बन गया है। हालांकि, बाजार में कई तरह के मास्क उपलब्ध हैं। N 95 से लेकर ट्रिपल लेयर, डबल लेयर, डिस्पोजल मास्क बाजार में मिल रहे हैं। कई कंपनियों ने भी मास्क के बाजार को भुनाने का मौका चुन लिया है, इन सबके बीच खादी के मास्क की लोकप्रियता को देखते हुए भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी ने खादी और ग्रामोद्योग आयोग से 1.80 लाख मास्क खरीदने का निर्णय लिया है।
ऐसा होगा भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी का मास्क
खादी ग्रामोद्योग से भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी को मिलने वाले मास्क की पाइपिंग लाल रंग की होगी और कपड़ा भूरे रंग का होगा। मास्क के राइट साइड पर भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी का लोगो भी होगा, जो इसे आकर्षक बनायेगा। वहीं, लेफ्ट साइड पर खादी इंडिया का टैग होगा। यह मास्क 100 प्रतिशत डबल ट्विस्टेड हैंडक्राफ्टेड कॉटन होगा।
मास्क के लिए इतने कपड़ों की होगी जरूरत
भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी के लिए 1.80 लाख मास्क बनाने में 20000 मीटर कपड़े की जरूरत होगी। COVID 19 के इस दौर में मास्क का यह ऑर्डर रोजगार का भी सृजन करेगा। मास्क बनाने में 9000 अतिरिक्त मानव कार्य दिवस का सृजन होगा।
जम्मू कश्मीर सरकार से मिला था सबसे बड़ा ऑर्डर
खादी ग्रामोद्योग आयोग को जम्मू कश्मीर से सबसे अधिक 7 लाख मास्क का ऑर्डर मिला था। जिसे समय पर उपलब्ध भी करा दिया गया था। इसके अलावा भारतीय रेलवे को भी 20000 मास्क दिया गया है। खादी ग्रामोद्योग अबतक 10 लाख से अधिक मास्क बेच चुकी है। इन मास्क को बनाने में अलग अलग रंगों और प्रिंट के लगभग 1 करोड़ मूल्य के 1 लाख मीटर कॉटन कपड़े की खपत हो चुकी है। साथ ही 2000 मीटर सिल्क कपड़े भी लगे हैं।
खादी ग्रामोद्योग आयोग के अध्यक्ष ने किया स्वागत
खादी को विभिन्न संगठनों से मिल रहे प्रोत्साहन से खादी ग्रामोद्योग के अध्यक्ष विनय कुमार सक्सेना काफ़ी उत्साहित हैं। उन्होंने भारतीय रेडक्रॉस सोसाइटी के खरीद आदेश का स्वागत किया और आत्मनिर्भर भारत की दिशा में बड़ा कदम बताया है। उन्होंने कहा कि खादी के मास्क गुणवत्तापूर्ण और सेहत के भी अनुकूल हैं।
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Apna Deoghar