ए आर रहमान ने बॉलीवुड पर क्यों उठाया सवाल

सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद सामने आ रही बॉलीवुड में माफियागिरी

बॉलीवुड की चकाचौंध में न जाने कितने सितारे गायब हो गये। अधिकांश सितारों की जिंदगी संघर्ष से गुजरती हुई ही खत्म हो जाती है तो कई बॉलीवुड में गुटबाजी के शिकार हो जाते हैं। कुछ ऐसे भी हैं जो इन सबसे अलग राह का चयन कर लेते हैं, जो उन्हें वाकई सबसे अलग कर देता है। म्यूजिक डायरेक्टर ए आर रहमान ने भी अलग राह चुनी और वे भी आज बॉलीवुड के गैंग का शिकार हो गये।

दिल बेचारा में दिया शानदार म्यूजिक

ए आर रहमान बॉलीवुड के सबसे बड़े म्यूजिक डायरेक्टर हैं। सुशांत सिंह राजपूत की अंतिम फ़िल्म 'दिल बेचारा' में उन्होंने शानदार म्यूजिक दिया है। अमेज़न प्राइम वीडियो पर 'दिल बेचारा' के रिलीज होने के बाद बॉलीवुड में गैंग से उन्हें हुए नुकसान का दर्द छलक पड़ा और आखिरकार उन्होंने इसे बयान भी कर दिया। ऑस्कर अवार्ड से सम्मानित हो चुके ए आर रहमान को अगर बॉलीवुड में फिल्में नहीं मिल पायी तो यब उस गैंग के प्रभाव को भी दर्शाती हैं।

सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद खुलकर सामने आये कुछ कलाकार

 सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद बॉलीवुड के इक्के दुक्के कलाकार ही सामने और जांच की मांग की। इनमे कंगना रनौत ही एकमात्र कलाकार हैं, जिन्होंने सोशल मीडिया पर या फिर न्यूज़ चैनलों पर, सभी जगह बॉलीवुड के उन लोगों खिलाफ अभियान चला रखा है, जो एक गैंग के रूप में बॉलीवुड की फिल्मों, कलाकारों को कंट्रोल करने की कोशिशें करते हैं। मग़र, म्यूजिक डायरेक्टर ए आर रहमान ने जब यह कहा कि बॉलीवुड में एक गैंग उन्हें फिल्म देने से रोकता है और इस कारण करीब दस फिल्में ऐसी थीं, जिन पर बात होने के बाद भी नहीं मिल पायीं।

दुनिया के टॉप टेन म्यूजिक डायरेक्टर में गिने जाते हैं ए आर रहमान

ए आर रहमान को संगीत विरासत में मिली और काफी कम उम्र में ही उन्होंने संगीत सीखी। 11 साल की उम्र में ही उन्होंने अपने दोस्त शिवमणि के साथ रहमान बैंड रूट्स में की-बोर्ड (सिंथेसाइजर) बजाने लगे। उनकी अंगुलियां जब कीबोर्ड (सिंथेसाइजर), पियानो, हारमोनियम, गिटार पर चलती हैं तो हमेशा एक नई धुन कानों को छू जाती है। रहमान के संगीत की लोकप्रियता का इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि उनके गानों की 200 करोड़ से अधिक रेकॉर्डिंग बिक चुकी हैं। 1991 में ए आर रहमान ने अपना म्यूजिक कंपोज़ कर रेकॉर्डिंग शुरू किया। दूसरे ही साल उन्हें मणिरत्नम की रोजा फ़िल्म में म्यूजिक कंपोज़ करने का मौका मिला और अपनी पहली ही फ़िल्म में फ़िल्म फेयर अवॉर्ड मिला। स्लमडॉग मिलेनियर के लिए रहमान ऑस्कर जीत चुके हैं, जबकि गोल्डन ग्लोब और ग्रैमी जैसे अवॉर्ड मिल चुके हैं। 

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