देवघर-दुमका रोड पर हादसा, गड्ढे में कार पर पलटा ट्रक, 6 लोगों की मौत
कैसे हुआ हादसा
दरअसल, कार सवार सभी लोग दुमका से रिश्तेदार के घर से देवघर लौट रहे थे। दुमका से देवघर के बीच जर्जर सड़क के कारण करीब दो फ़ीट तक गड्ढे हो चुके हैं। गड्ढे में अक्सर बड़ी गाड़ियां काफी झुक जाती है। ऐसा ही मंगलवार को हुआ। जामा के पास जब कार देवघर की ओर लौट रही थी, उसी बीच एक चावल लदा ट्रक देवघर से दुमका की तरफ जा रहा था। तभी गड्ढे के कारण ट्रक के ड्राइवर ने बैलेंस खो दिया और दुर्भाग्य से कार पर ही पलट गई। ट्रक के वजन से कार दब गई और सभी कार सवार उसमें ही दब गए। घटना की सूचना मिलने पर जामा थाना की पुलिस मौके पर पहुंची, तबतक काफी लेट हो चुकी थी। लगभग 45 मिनट के दरम्यान क्रेन से जब ट्रक हटाया गया, सभी कार सवार दम तोड़ चुके थे।
गैरजिम्मेदार व्यवस्था
इसी रोड से प्रशासनिक अधिकारी से लेकर वीवीआईपी लोग भी गुजरते हैं, मगर सभी ने इसे अनदेखा कर दिया। कई बार स्थानीय लोगों से लेकर मीडिया तक सड़क की बदहाली और इससे हादसे की सम्भावना को लेकर मुद्दा उठाते रहे, मगर अधिकारी से लेकर जनप्रतिनिधि तक कान में तेल डालकर गैरजिम्मेदार बने रहे। इसी कारण आखिरकार मंगलवार के दिन यह अमंगल घटना हो गयी।
आखिर कौन है हादसे का गुनहगार और क्यों न हो कार्रवाई
सड़क सुरक्षा का ज्ञान पढ़ाने वाली सरकार और सरकारी नुमाइंदे हेलमेट और कागजात नहीं रहने पर जमके कार्रवाई कर जुर्माना वसूलते हैं तो जर्जर सड़कों के कारण होने वाले हादसे की जवाबदेही भी ऐसे लोगों पर क्यों नहीं होनी चाहिए। पूरे सिस्टम पर कुंडली मारे ऐसे लोगों से ही मुआवजे की रकम वसूलकर क्यों न हादसे के पीड़ित परिवार को देनी चाहिए। हो सकता है हादसे की सारी जिम्मेदारी ट्रक चालक पर डाल दी जाये और उसपर कार्रवाई भी हो जाये, मगर हादसे के लिए जिम्मेदार ये सिस्टम भी है।