संवेदना जताने की होड़ में यह क्या कर बैठे आप विधायक
हाथरस के पीड़ित परिवार की जानकारी की सार्वजनिक, कोरोना संक्रमित होने के बाद भी परिवार से मिले
हाथरस कांड में पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए सोमवार को आम आदमी पार्टी के दिल्ली की कोंडली विधानसभा क्षेत्र से विधायक और पार्टी की एससी-एसटी शाखा के अध्यक्ष व पार्टी प्रवक्ता कुलदीप कुमार भी पूरे लाव लश्कर के साथ उत्तर प्रदेश गये. मगर, राजनीतिक संवेदना दिखाने की जल्दबाजी में आप विधायक यह भी भूल गये कि वे कोरोना संक्रमित हैं और उनके इस रवैये से न केवल उनके समर्थकों बल्कि पीड़ित परिवार की भी मुश्किलें बढ़ सकती हैं. खैर, उन्हें इन सबसे क्या मतलब, जब सभी विपक्ष के राजनीतिक दल गांव पहुंचे तो वे पीछे कहां रहने वाले थे. कुलदीप महज पांच दिन पहले ही कोरोना पॉजिटिव पाये गये थे. मगर, अपना इलाज कराने की जगह वह पीड़ित परिवार से मिलने हाथरस चले गये. इतना ही नहीं, मौके पर परिवार से बातकर उन्होंने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को टैग करते हुए पीड़िता की पहचान भी सार्वजनिक कर दी. विधायक कुलदीप ने परिजनों से मुलाकात की तस्वीरें खींची और वीडियो भी बनाये. जिसे सोशल मीडिया पर साझा कर दिया. परिजनों से मिलने के बाद विधायक ने कहा कि हाथरस में पीड़ित परिवार के मन में डर पैदा किया जा रहा है, यह लोकतंत्र और संविधान की भी हत्या है. हालांकि, 29 सितंबर को कोरोना संक्रमित होने के बाद यह जानकारी सार्वजनिक रूप से दी थी. उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से बताया था कि बुखार के कारण कोविड टेस्ट कराया, जिसमें रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है. उन्होंने खुद के होम आइसोलेशन में भी रहने की बात कही थी, साथ ही इस दौरान अपने साथ मिले साथियों को कोविड जांच कराने का भी सुझाव दिया था. लेकिन, इस बीच वे हाथरस पहुंच गये. विधायक ने अपने निगेटिव होने की भी जानकारी नहीं दी है. विधायक की इस हरकत से हाथरस में पीड़ित परिवार में भी संक्रमण का खतरा मंडरा रहा है.