इस वेब सीरीज से मिल रहा हत्या के बाद शव ठिकाने लगाने का आईडिया

पहले मर्डर के बाद लाश ढूंढती थी पुलिस, अब खोजने पड़ रहे शरीर के टुकड़े

किसी भी क्राइम का एक सीन होता है, मगर इसके कई अनसीन हिस्से होते हैं।  कोई भी क्रिमिनल कितना भी शातिर क्यों न हो वह कोई न कोई ऐसी चूक कर ही बैठता है, जो उसके जुर्म को सामने ला ही देती है।पहले मर्डर के बाद पुलिस शव ढूंढती थी, अब आज के दौर में शरीर के टुकड़े तलाशने पड़ रहे हैं।

मैक्स प्लेयर पर सुनील शेट्टी और विवेक ओबेरॉय की आयी वेब सीरीज की झलक

 इंटरनेट की दुनिया सीमित रहने की वजह से पहले क्रिमिनल उतने शातिराना तरीके से अपराध को अंजाम नहीं देते थे, लेकिन आज इंटरनेट की सर्वसुलभता ने आपराधिक मानसिकता और अपराध करने के नए नए तरीके सीखा दिये हैं। खासकर, क्राइम आधारित वेब सीरीज और इसमें दिखाई जाने वाली न्यूडिटी ने कम उम्र के बच्चों में ही ऐसी मानसिक स्थिति पैदा कर रही है की अपराध करना उनके लिए आसान लगने लगता है। 


Mx Player पर एकता कपूर की एक वेब सीरीज आयी 'dharabi bank'। इस वेब सीरीज में सुनील शेट्टी, विवेक ओबेरॉय जैसे बॉलीवुड स्टारकास्ट मुख्य किरदार में हैं। सुनील शेट्टी को एक विलेन के रूप में और विवेक ओबेराय को उन्हें चुनौती देने वाला एक पुलिस वाला दिखाया गया है। इस सीरीज में सुनील शेट्टी तलाइवन की भूमिका में हैं, जो अपने साथ दग़ाबाज़ी करने वाले को अपने इलाके में बनाये गए एक सीक्रेट रूम में छोड़ देते हैं, जहाँ उसके गिरोह का एक किलर उस आदमी को बेदर्दी से मारता तो है ही, उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े करके अपने यहाँ पाले गए भूखे कुत्तों को खिला देता है। परदे की यह कहानी हाल के दिनों में दिल्ली के श्रद्धा मर्डर केस हो या झारखंड के साहेबगंज में रेबिका पहाड़िन हत्याकांड, फिर चाहे दिल्ली में ही एक पत्नी द्वारा बेटे के साथ मिलकर पति की हत्या की, या फिर राजस्थान में एक इंजीनियर द्वारा अपनी ताई की हत्या की, इन सभी से कहीं न कहीं मिलती जुलती है, बस तरीका अलग था। इन सभी हत्याकांड में एक बात सामान्य दिखी कि सभी जगह मर्डर और उसके बाद शव को ठिकाने लगाने के लिए जो क्रूर से क्रूरतम तरीका अपनाया गया, वह रोंगटे खड़े करने वाली थी और वेब सीरीज से काफी हद तक मिलती जुलती है।  सभी जगहों पर हत्या के बाद शव को दर्जनों टुकड़ों में काटकर अलग-अलग तरीके से ठिकाने लगाया गय।

समाज के लिए चिंता और पुलिस के लिए चुनौती बनती जा रही है ऐसी घटनाएं

 ये घटनाएं न केवल पुलिस के लिए चुनौतियों से भरी हैं, बल्कि समाज के लिए भी चिंता का विषय बन चुकी हैं। अगर समय रहते इसपर कंट्रोल नहीं किया गया तो आने वाले समय में सबके लिए बड़ी मुश्किलें आने वाली हैं। इसलिए, सबसे जरूरी पहलू है कि इन घटनाओं को रोकने के लिए इंटरनेट पर हिंसक और एडल्ट सामग्रियों व प्रोग्राम पर प्रतिबंध लगाया जाये। 

 

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